डॉ भीमराव अम्बेडकर महान व्यक्ति थे, उन्हें भारतीय संविधान का पिता कहा जाता है। आज हम इस लेख में आपके लिए ‘10 Lines on Bhimrao Ambedkar in Hindi‘ लेकर आये है।
Bhimrao Ambedkar in Hindi
भारत हमेशा से विभिन्न प्रकार की मान्यताओं और रीति-रिवाज वाला देश रहा है। यह बात अलग है कि सदियों से चले आ रहे कई रीति-रिवाज धीरे धीरे कुरीतियों में बदल गए। सती प्रथा, बाल विवाह प्रथा, अछूत समस्या, विधवा विवाह पर रोक और अनेक ऐसी कुरीतियां पहले भी खूब प्रचलित थी और आज भी इनमें से अनेक हमारे सामाजिक दायरे में निवास करती है। बहुत सी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अनेक सामाजिक सुधारकों ने अथक प्रयास किया। उनकी कड़ी मेहनत की वजह से ही भारत को बहुत सी बुरी प्रथाओं से हमेशा के लिए आजादी मिल गई। महात्मा गांधी, बाबा आम्टे, स्वामी विवेकानंद, राजा राममोहन राॅय, दयानंद सरस्वती जैसे अनेक सामाजिक सुधारकों ने भारत में परिवर्तन की क्रांति ला दी थी। इन्हीं सामाजिक सुधारकों में से एक डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भी थे। वह एक ऐसे महापुरूष थे जिन्हें अपने योगदान के लिए हमेशा के लिए याद रखा जाएगा। भीमराव रामजी अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू (अब महू को डाॅक्टर अंबेडकर नगर के नाम से जाना जाता है) नगर में हुआ था। वह एक सफल भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, सामाजिक सुधारक और राजनीतिक नेता थे। उनके पिताजी का नाम रामजी मालोजी सकपाल था और उनकी माता का नाम भीमाबाई सकपाल था। उनके पिता सेना में एक सूबेदार के तौर पर काम करते थे। उनके सहित उनके तेरह अन्य भाई बहन भी थे। उनका जन्म महाराष्ट्र के महार जाति में हुआ था। जब वह स्कूल जाते थे तो लोग उनकी जाति की हँसी उड़ाते थे। स्कूल में भी उनका दाखिला बड़े ही मुश्किल से हुआ था। स्कूल में उनके साथ बहुत भेदभाव होता था। उन्हें ऊंची जाति वाले लोगों के साथ बैठने नहीं देते थे। पानी पीने के लिए कठिनाई का सामना करना पड़ता था। स्कूल का चपरासी उन्हें पानी पिलाता था। कभी कभार चपरासी की अनुपस्थित में अंबेडकर को बिना पानी पिए भी रहना पड़ता था। उन्होंने स्कूल के दिनों में बहुत ज्यादा संघर्ष किए। क्योंकि वह एक होनहार छात्र थे इसलिए अपने जीवन मेें लगातार आगे बढ़ते गए। अप्रैल 1906 में उनकी शादी रमाबाई से करवा दी गई। वह अंबेडकर से छह साल छोटी थी। उस ज़माने में बाल विवाह प्रचलन में था। स्कूल के दिनों में अंग्रेजी की चौथी कक्षा पास करने पर उनके परिवार में उत्सव का माहौल छा गया था। 1907 में अंबेडकर ने मैट्रिक की परीक्षा पास की और इसके बाद उनका दाखिला काॅलेज में हो गया। उनके इतने भाई-बहन में सिर्फ उन्होंने ही इतनी उच्च शिक्षा प्राप्त की थी। अपनी काॅलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी उनका संघर्ष खत्म नहीं हुआ था। सबसे पहले उनको बड़ौदा रियासत मेें सैन्य सचिव के तौर पर काम मिला। उनको अपने बढ़ते हुए परिवार की चिंता थी इसलिए ज्यादा पैसा कमाने के हिसाब से अंबेडकर ने एक टीचर और अकाउंटेंट के तौर पर भी काम किया पर उनकी जाति का पता लगते ही लोगों ने अंबेडकर का बहिष्कार कर दिया। वह छुआछूत वाली इस मानसिक बीमारी से इतना परेशान आ गए थे कि 1927 में उन्होंने सक्रिय आंदोलन शुरू करके एक हिसाब से युद्ध छेड़ दिया था। वह इन आंदोलनों से दलितों के हक की बात रख रहे थे। वह चाहते थे कि जितना पानी आम जनता को मिलता है उतना ही दलितों का भी पानी पर हक होना चाहिए। उन्होंने दलितों के हक के लिए खूब लड़ाई लड़ी। खूब सारे आंदोलन छेड़े। सबसे बड़ा तहलका तब मचा जब 25 दिसंबर 1927 को हजारों लोगों की भीड़ इक्कठा करके उन सभी से मनुस्मृति की काॅपियां जलवा दी। इस बात से कई लोग उनसे बहुत नाराज भी हुए थे। अंबेडकर का बुद्ध धर्म के प्रति बहुत ज्यादा झुकाव हो गया था। उनके इस झुकाव के चलते ही उन्होंने बुद्ध धर्म अपना लिया था। अपने जीवन में उन्होंने खुब उतार चढ़ाव देखे। 6 दिसंबर 1956 को वह हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह गए।
10 Lines on Bhimrao Ambedkar in Hindi
- 14 अप्रैल 1891 को भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ था।
- उनका असली नाम भीवा रामजी सकपाल था।
- उनके चाहने वाले उनको बाबासाहेब कहकर बुलाते थे।
- अंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल था और माता का नाम भीमाबाई सकपाल था।
- साल के हर 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती या भीम जयंती बनाई जाती है।
- अंबेडकर को दलितों के उत्थान में सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए हीरो माना जाता है।
- उनके बेटे का नाम यशवंत भीमराव अंबेडकर था। रमाबाई अंबेडकर यशवंत की मां थी।
- रमाबाई उनकी पहली पत्नी थी। सविता अंबेडकर उनकी दूसरी पत्नी का नाम था।
- अंबेडकर भारत के ऐसे पहले नागरिक थे जिन्होंने विदेश से अर्थशास्त्र में डाॅक्टरेट की डिग्री हासिल की थी।
- अंबेडकर भगवान बुद्ध, संत कबीर और महात्मा फूले को अपना गुरु मानते थे।
5 Lines on Bhimrao Ambedkar in Hindi
- अंबेडकर का जन्म महाराष्ट्र के महार जाति में हुआ था।
- वह बहुत ज्यादा बुद्धिमान थे। इसी के चलते ही उन्होंने 64 विषयों में मास्टर्स की डिग्री हासिल की थी।
- अंबेडकर ने पहले सिख धर्म अपनाने का सोचा और फिर अंत में बौद्ध धर्म को अपना लिया।
- उन्हें भारतीय संविधान का पिता भी कहा जाता है।
- उनके निवास स्थान राजगृह में उनकी एक पर्सनल लाइब्रेरी भी थी।
FAQ on Bhimrao Ambedkar in Hindi
Question : भीमराव अंबेडकर लोगों को बीच इतने प्रसिद्ध क्यों है?
Answer : आज भीमराव अंबेडकर इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन फिर भी वह लोगों में दलितों के मसीहा के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने अपने जीवनकाल में दलितों के उत्थान के लिए खूब काम किए। दलित अधिकार आंदोलन हो, भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली प्रमुख समिति हो या फिर दलित बौद्ध आंदोलन हो। इन सारे आंदोलनों में अंबेडकर ने सक्रिय रूप से भाग लिया और उनके प्रयासों के बदले में उन्हें सफलता भी मिली।
Question : अंबेडकर ने अपने जीवनकाल में कितनी किताबें लिखी?
Answer : अंबेडकर ने अपने पूरे जीवन में 18 से ज्यादा किताबें लिखी। इनमें प्रमुख है –
भारत का राष्ट्रीय अंश। (1916)
भारत में जातियां और उनका मशीनीकरण। (1916)
भारत में लघु कृषि और उनके उपचार। (1917)
मूल नायक। (1920)
ब्रिटिश भारत में साम्राज्यवादी वित का विकेंद्रीकरण। (1921)
Question : भीमराव अंबेडकर के कितने बच्चे थे?
Answer : भीमराव अंबेडकर की केवल एक संतान थी जो उन्हें उनकी पहली पत्नी रमाबाई अंबेडकर से प्राप्त हुई थी। उनके बेटे का नाम यशवंत अंबेडकर था।
Question : अंबेडकर किन्हें अपना गुरू मानते थे?
Answer : अंबेडकर गौतम बुद्ध, संत कबीर और महात्मा ज्योतिराव फूले को अपना गुरु मानते थे।
Question : भीमराव अंबेडकर के कितने भाई-बहन थे?
Answer : अंबेडकर अपने माता-पिता की चौदहवीं संतान थी। उनके तेरह भाई-बहन और थे।