10 Lines on Corona Warriors in Hindi । कोरोना वॉरियर पर 10 लाइन’

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आज हम “10 Lines on Corona Warriors in Hindi” लेकर आपके समक्ष आये है, इस आर्टिकल में आप ’कोरोना वॉरियर पर 10 लाइन’ पढ़ेंगे।

Corona Warriors in Hindi

आज भी जब मैं 24 मार्च 2020 को याद करती हूं तो दिमाग एकदम से खराब हो जाता है। आंखों के सामने धुंधलापन छा जाता है। मन में निराशा छा जाती है। 2020 का वह साल मेरे जीवन का बेहद ही खराब साल था। यह वही सिल था जब मेरे कुछ रिश्तेदारों को अपने जीवन को हमेशा के लिए अलविदा कहना पड़ा था। वह ऐसा समय था जब हमें अपने घरों में काफी समय के लिए कैद रहना पड़ा था। ऐसा लग रहा था जैसे कि हम एक पिंजरे में कैद हो गए हैं। वह समय बहुत ही दर्द भरा था। किसी को यह अंदाजा नहीं था कि यह वायरस उनके जीवन में कितना खतरनाक जहर घोल देगा। अस्पताल में मानो जैसे मरीजों की बाढ़ सी आ गई थी। ऐसे समय में कुछ लोग ऐसे भी थे जो दिन रात अपने देश और देशवासियों की सेवा में लगे थे। हम यहां पर बात कर रहे हैं कोरोनावायरस के समय हर पल मदद के लिए खड़े रहने वाले कोरोनावारियर्स के बारे में। जी हां, कोरोनावाॅरियर्स जिनको हम कोरोना योद्धा के नाम से बुला सकते हैं। कोरोनावारियर्स वह लोग है जिन्होंने कोरोना काल में बड़ी ही मेहनत से दिन रात एक करके इस बीमारी से लड़ने में मदद की। कोरोनावाॅरियर्स की लिस्ट में शामिल थे – पुलिस, डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी। देश में हालात भले ही बहुत बुरे हो गए थे परंतु इन सभी योद्धाओं ने एक पल के लिए भी हार नहीं मानी। इस देश के सभी डॉक्टर, नर्स और पुलिस ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ही कोरोना के इस मुश्किल समय में अपनी ड्यूटी पर लगे रहें। डाॅक्टर्स के हालात तो बहुत ही गंभीर थे। वह अपने 24×7 घंटे सिर्फ अस्पताल में ही बिताते थे। वह ऐसा इसलिए ऐसा कर रहे थे ताकि उनकी सेवा में कोई कमी नहीं रह जाए और कोरोना के सभी मरीजों की जान बचाई जा सके। कई ऐसे भी केस थे जिसमें डाॅक्टर्स और पुलिसकर्मियों की जान तक चली गई। वह असल मायने में सच्चे हीरो थे। उस समय पर यह सभी कोरोनावाॅरियर्स किसी देश के एक सच्चे सैनिक की तरह थे। जैसे एक सैनिक अपने देश को मुसीबत से बचाने के लिए हर समय मैदान पर डटे रहते हैं और मुश्किल की घड़ी में अपने देश के लिए प्राण तक न्यौछावर कर देते हैं। बस ठीक वैसा ही कर्तव्य कोरोना योद्धाओं ने कोरोना काल में निभाया था। एक सच्चा मनुष्य वह ही होता है जो मुश्किल की घड़ी में बिना घबराए अपने फर्ज को अच्छे से अदा करे। कोरोना काल के दौरान भारत के प्रधानमंत्री मोदी के कहने पर सारे भारतियों ने इन वाॅरियर्स को सम्मान देने के लिए पांच मिनट तक ताली और थाली बजाकर धन्यावाद किया। इन कोरोना वाॅरियर्स ने अपने परिवार से दूर रहकर मरीजों का उचित इलाज किया। ऐसे कई ऐसे डाॅक्टर्स भी थे जिन्होनें कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। कोरोना काल ऐसा समय था जब पूरी दुनिया में अंधकार की आंधी उठ खड़ी हुई थी। ऐसे समय में सभी डाॅक्टर्स, नर्स आदि उजाले की किरण की तरह सामने आए। और अगर सफाईकर्मियों ने इस मुश्किल की घड़ी में पल – पल सफाई का ध्यान रखा ना होता तो जरा सोचिए हमारे शहरों की स्थिति क्या होती। इन सभी के महान बलिदान को कोई भी नहीं भूल सकता है। 

10 Lines on Corona Warriors in Hindi 

  1. कोरोना वॉरियर्स अपनी जान की परवाह किए बगैर दिन- रात कर्तव्य पथ पर डटे रहे।
  2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर भारतवासियों ने इन सारे वारियर्स के लिए ताली-थाली बजाकर इनका धन्यवाद किया।
  3. ऐसे कई संगठन थे जिन्होंने मुफ्त में लोगो को जरूरत की सेवाएं प्रदान की – खाना, दवाई, ऑक्सीजन स्पोर्ट, आदि।
  4. इन वारियर्स को अपनों से ना चाहकर भी दूर रहना पड़ा।
  5. दुनियाभर से डाॅक्टर्स और नर्स की ऐसी काफी सारी मार्मिक तस्वीरें सामने आई जिसने लोगों को बहुत भावुक कर दिया।
  6. सिर्फ डाॅक्टर्स और नर्स ही नही, सफाईकर्मी भी वारियर्स में शामिल थे।
  7. इनके अलावा- सब्ज़ी- फल के विक्रेता, दूध के विक्रेता, दवाई विक्रेता, परचून की दूकान वाले, अखबार वितरण करने वाले, आदि भी शामिल थे।
  8. इन वॉरियर्स को हम सच्चा हीरो कह सकते है।
  9. इन वारियर्स को मात्र उन समय के लिए ही नहीं बल्कि हमेशा ऐसे ही सम्मान की जरूरत है।
  10. करोनाकाल ने दुनियाभर में लोगो का ध्यान इस बात पर आकर्षित किया की हर एक इंसान पर कोरोनावाॅरियर्स- डाॅक्टर्स की कमी है।

5 Lines on Corona Warriors in Hindi

  1. काफी सारे वॉरियर्स ने इस काल में अपनो को खोकर भी दूसरो के लिए अपने को न्योछावर किया।
  2. दुनियाभर के डाॅक्टर्स और नर्स पर बहुत मानसिक दबाव पड़ा जिसके चलते वह अवसादग्रस्त हुए।
  3. पुलिस वाले भी करोना योद्धा में शामिल थे।
  4. कोरोना वारियर्स ने कोरोना काल में बहुत संघर्ष किया था।
  5. कोरोनावाॅरियर्स ने एक सैनिक की तरह मन लगाकर देश का काम किया।

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FAQ on Corona Warriors in Hindi

Question: कोरोनावारियर्स कौन है?

Answer: कोरोनावारियर्स वह सब लोग थे जिन्होंने कोरोना के समय 24×7 घंटे मानवता का कार्य किया। इनमें पुलिस वाले, डाॅक्टर्स, नर्स, सफाईकर्मी, सब्ज़ी- फल के विक्रेता, दूध के विक्रेता, दवाई विक्रेता, परचून की दूकान वाले, अखबार वितरण करने वाले, आदि भी शामिल थे।

Question: देश में कितने कोरोनावाॅरियर्स ने काम किया था?

Answer: देश में सवा करोड़ के करीब कोरोनावाॅरियर्स ने काम किया था। इन सभी ने इस समय पर निस्वार्थ भाव से जनता का भाग होते हुए जनता की सेवा की जो बहुत प्रशंसनीय है। 

Question: इन वारियर्स पर मानसिक दबाव क्यों पड़ा?

Answer: इन वारियर्स पर मानसिक दबाव इसलिए पड़ा क्योंकि उन्हें दिन- रात अपने कर्तव्य पर बिन अपनो से मिले और बगैर आराम के लगा रहना पड़ा जिससे उनपर शारीरिक एवं मानसिक दबाव पड़ा।

Question: कोरोनावारियर्स को सम्मान कैसे दिया गया?

Answer: कोरोनावारियर्स के सम्मान में जनता ने ताली और थाली बजाकर और फूलों की वर्षा करके हदय से धन्यवाद दिया।

Question: कोरोनावारियर्स को अपमान कैसे सहना पड़ा?

Answer: कोरोनावारियर्स ने इतना कुछ देश की सेवा के लिए किया परंतु कुछ असमाजिक लोगों के कारण उन्हें अपमान सहना पड़ा। कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने डाॅक्टर्स पर थूक दिया। और कुछ लोगो ने पुलिस वालों भी खूब परेशान किया। बावजूद इसके वह अपने कार्य पर डटे रहे और देश की सेवा की।