आज हम “10 Lines on Home Quarantine in Hindi” लेकर आपके समक्ष आये है, इस आर्टिकल में आप ’होम क्वारंटाइन पर 10 लाइन’ पढ़ेंगे।
Home Quarantine in Hindi
2017 में मैंने एक फिल्म देखी थी जिसका नाम था ट्रैप्ड। राजकुमार राव द्वारा अभिनीत यह फिल्म समाज का सच उजागर करने के लिए काफी थी। फिल्म की स्टोरी दूसरी फिल्मी कहानियों से बहुत यूनिक थी। इसमें बताया गया था कि कैसे एक काॅल सेंटर कर्मचारी एक खाली अपार्टमेंट में गलती से बंद हो जाता है। वहां उसे खाने-पीने के लिए बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है। उसे कोई नहीं पूछता है। उसके जीवन को अकेलापन घेर लेता है। वह पूरी तरह से समाज से कट जाता है। हालांकि इसमें उसकी कोई गलती नहीं होती। उसकी गलती केवल इतनी होती है कि वह उस अपार्टमेंट में कैद हो जाता है। उस मुश्किल भरे वक्त में उसको उसको यह एहसास हो जाता है कि इस दुनिया में कोई किसी का नहीं होता है। यह दुनिया अपने हिसाब से चलती है। जब मैं यह फिल्म देखकर हटी तो बहुत भावुक हो गई। सोचने लगी कि यह दुनिया कितनी अजीब होती है। फिर एक झटके में ही मेरे दिमाग में फॉरेस्ट गंप की तस्वीर उभर आई। इस फिल्म का किरदार भी अकेलेपन में अपना समय काट लेता है। मैं यह सोचने लगी कि उस समय कैसा लगता होगा जब हम पूरी दुनिया से कट जाए। हम एक ही जगह पर कैद या बंद हो जाए। यह बात सोचने में भी कितनी अजीब लगती है ना? मेरे को नहीं पता था कि जिस चीज के बारे में सोचकर मैं एकदम से डर जाती थी वह हकीकत में भी उतर आई। बात हो रही है 2020 कि जब पूरी दुनिया एकदम से अस्त व्यस्त हो गई थी। 2019 में एक अनजान वायरस ने धरती पर कदम रखा और फिर यह पूरी दुनिया में फैलता ही गया। कोरोनावायरस ने दुनिया पलट कर रख दी थी। इस वायरस मेें सबसे भयानक चीज का जो सामना करना पड़ा था वह था अकेलापन। हम में से किसी ने भी होम क्वारंटाइन जैसा नाम ही पहली बार सुना था। होम क्वारंटाइन का मतलब यह है कि घर पर या फिर किसी अस्पताल में क्वारंटाइन हो जाना। क्वारंटाइन एक तरह का प्रतिबंध है जो कि लोगों पर लगाया जाता है जब वह किसी भंयकर वायरस से ग्रस्त हो। उस समय के दौरान कोरोना मरीजों को स्वस्थ लोगों से 14 दिन तक अलग कर दिया जाता है। उस मरीज को अलग कमरे में रखा जाता है। उसके खाने की थाली अलग होती है, पानी की ग्लास अलग होती है। उस मरीज को टॉयलेट भी अलग उपलब्ध कराया जाता है। होम क्वारंटाइन करके हम लाखों की जिंदगियां बचा सकते हैं। इस बीमारी को कॉर्डन सेनिटायर या फिर मेडिकल आइसोलेशन भी कहा जाता है। क्वारंटाइन शब्द का इतिहास बहुत ही पुराना है। क्वारंटाइन शब्द क्वारंटेना शब्द से आया है। 1348 में प्लेग बीमारी ने युरोप में फैलना शुरू किया। धीरे धीरे यह बहुत बड़े स्तर पर फैलना शुरू हो गई। वहां पर वायरस का बढ़ता ग्राफ देखकर लोगों ने एक हल निकाला। उस समय एक नया शब्द इजाद हुआ – क्वारंटाइन। उस समय युरोपीय लोगों ने प्लेग के मरीजों को क्वारंटाइन कर दिया था। इस संक्रमण को रोकने का सबसे असरदार तरीका क्वारंटाइन ही रहा। इस तरीके को अपनाकर बहुत से लोगों की जान बचा ली गई। होम क्वारंटाइन से प्लेग रोग पर काफी हद तक कंट्रोल पा लिया गया। क्वारंटाइन शब्द लेटिन भाषा के क्वाड्राजिंटा और इटली भाषा के क्वारांटा से इज़ाद हुआ है। 2020 का वह वक्त बहुत ही कष्टदायक था। लोगों की नौकरियां चली गई। स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर प्रभाव पड़ा। अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ा। माना कि होम क्वारंटाइन होना कोई मामूली बात नहीं थी पर होम क्वारंटाइन के कई सकारात्मक प्रभाव रहे। इस बात में सच्चाई है की इसका लोगो के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा परंतु यह भी नहीं भूला जा सकता कि इसके चलते लोगो में स्वंय को जानने की और अपनो के देखभाल करने की भावना उत्पन्न हुई। हमने अच्छा से होम क्वारंटाइन का पालन करके कोरोनावायरस को हराने में सरकार की मदद की।
10 Lines on Home Quarantine in Hindi
- होम क्वारंटाइन शब्द सभी लोगों के लिए एकदम नया शब्द था।
- क्वारंटाइन में लोगों को घर मेें या हाॅस्पिटल में एक ही कमरे में रहने को कहा जाता है।
- होम क्वारंटाइन होकर एक इंसान लाखों का जीवन बचा सकता है।
- कोरोनावायरस के चलते ही होम क्वारंटाइन शब्द प्रचलन में आया।
- जैसे ही लगे कि किसी को खांसी और जुकाम है तो उस व्यक्ति को होम क्वारंटाइन होने का निर्देश देना चाहिए।
- क्वारंटाइन में लोगों को आंतरिक रूप से खुद को जानने का मौका मिला।
- इसके चलते लोगों में आध्यात्म की ओर झुकाव हुआ।
- हालांकि इसके चलते लोगों के भीतर घर से बाहर निकलने की इच्छा में कमी आई।
- लोगों में अवसाद की समस्या भी बहुत बढ़ गई।
- इसके चलते रोग प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट आई।
5 Lines on Home quarantine in Hindi
- जिसे कोरोना संक्रमण हो चुका हो वह पांच से सात दिन तक स्वंय को होम क्वारंटाइन करते है।
- होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों का कमरा हवादार, और रोशनी वाला होना चाहिए।
- संक्रमित व्यक्ति का अलग बाथरूम और टायलेट होना चाहिए।
- क्वारंटीन शब्द लैटिन शब्द से लिया गया शब्द है जिसका अर्थ है – चालीस।
- ब्रिटेन में प्लेग को रोकने के लिए इस व्यवस्था का पहली बार उपयोग हुआ।
FAQ on Home Quarantine in Hindi
Q1. क्वारंटीन शब्द का उपयोग सर्वप्रथम कब किया गया था?
A1. क्वारंटीन, जिसे हिंदी में संगरोध कहते हैं, का पहली बार उपयोग प्लेग के दौरान ब्रिटेन में हुआ था।
Q2.क्वारंटीन का उद्देश्य क्या है?
A2.क्वारंटीन का उद्देश्य कोई भी प्रकार के संक्रमण को बढ़ने से रोकना। इसके चलते संक्रमित व्यक्ति को दूसरों के संपर्क में आने से पूर्णरूप से प्रतिबंध लगा दिया जाता है जिससे यह और ना फैले।
Q3. होम आइसोलेशन ने लोगों को जीवन में क्या सिखाया?
A3. इसने लोगो के मन में अपनो के प्रति ज्यादा देखभाल की भावना उत्पन्न की। लोगो में स्वंय को और प्राकृति को नजदीक से जानने का मौका दिया।
Q4.क्वारंटीन के क्या दुष्प्रभाव रहे?
A4.क्वारंटीन के चलते हमारे मस्तिष्क पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा। इसके चलते अवसाद ने दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोगो को प्रभावित किया।
Q5. भारत में क्वारंटीन का पालन किस प्रकार रहा?
A5. भारत में क्वारंटीन का पालन अच्छे से किया गया।