रानी लक्ष्मीबाई एक वीरांगना थी। अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ नतमस्तक ना होकर उन्होंने अपने राज्य और अपनी अस्मिता के लिए लड़ने का मार्ग चुना। वो एक निडर और बहादुर स्त्री थी। Rani Lakshmi Bai Essay in Hindi अक्सर विद्यालयों में निबंध के रूप में आता है। इसलिए आज हम “रानी लक्ष्मी बाई पर 10 लाइन निबंध” लेकर आपके समक्ष आये है। इस आर्टिकल में आप “10 Lines on Rani Lakshmi Bai in Hindi” में पढ़ेंगे।
10 Lines on Rani Lakshmi Bai in Hindi
- रानी लक्ष्मीबाई जिन्हे हम सभी झाँसी की रानी कहकर भी बुलाते है।
- रानी लक्ष्मी बाई का असली नाम मणिकानिर्का था और सभी उन्हें प्यार से मनु कहते थे।
- लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1835 में काशी नगरी में एक मराठा ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
- रानी लक्ष्मीबाई के पिता जी का नाम मोरोपंत तांबे और माता जी का नाम भागीरथी बाई था।
- रानी लक्ष्मी बाई बचपन से ही युद्ध कला में निपुण थी, उन्हें घुड़सवारी, तलवारबजी और तीरंदाजी बहुत अच्छे से आती थी।
- लक्ष्मीबाई का विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव से हुआ, जिसके उपरांत उन्हें झाँसी की रानी कहा जाने लगा।
- रानी लक्ष्मी बाई और राजा गंगाधर राव का एक पुत्र हुआ था, लेकिन पुत्र का निधन 4 महीने बाद ही हो गया था ।
- झांसी के राजा गंगाधर अपने पुत्र का निधन बर्दाश्त नहीं कर पाए और 2 साल बाद 21 नवंबर 1853 को उनका भी निधन हो गया।
- रानी लक्ष्मीबाई ने पति की मृत्यु के पश्चात झाँसी की बागडोर अपने हांथो में ले ली थी।
- रानी लक्ष्मीबाई ने अपने राज्य को अंग्रेजो से बचाते हुए और अंग्रेजो से लड़ते हुए 23 साल की उम्र में वीरगति प्राप्त की, लेकिन झांसी राज्य को अंग्रेजों को नहीं सौंपा।
- रानी लक्ष्मी बाई का निधन अंग्रेजो से लड़ते हुए 18 जून 1858 में हुआ था ।
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हमें आशा है आप सभी को Rani Lakshmi Bai in hindi पर छोटा सा लेख पसंद आया होगा। आप इस लेख को अपने स्कूल में 10 lines about Rani Lakshmi Bai in hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है।