अच्छी आदतों वाला व्यक्ति अच्छी सोच का भी मालिक होता है। आज हम इस लेख में आपके लिए ‘10 Lines on Good Habits in Hindi‘ लेकर आये है।
Good Habits in Hindi
इंसान पढ़ने से शिक्षित होता है। पर अच्छी आदतें उसे अपने परिवार वालों से ही मिलती हैं। अच्छी आदतों को ही हम संस्कार के रूप में जानते हैं। एक बच्चा अच्छी आदतें अपने परिवार, गुरुजनों से सीखता है। अच्छी आदतों के निर्माण में परिवार तथा विद्यालय के शिक्षकों का भी योगदान रहता है। अच्छी आदतें एक व्यक्ति को अच्छा इंसान बनाती है। एक अच्छा इंसान समाज और देश की संपत्ति है। आए दिन अखबारों और समाचार पत्रों में खून -खराबा, चोरी- चकारी, जुल्म आदि की खबरें छपती रहती हैं। कभी कभी परिस्थितियां व्यक्ति को इतना मजबूर कर देती है कि वह गुनाह करने पर बाध्य हो जाता है और कभी-कभी इंसान भावुक होकर भी गुनाह कर बैठता है। पर मनुष्य के संस्कार उसके गुण उसे हैवान बनने से रोकते हैं। विवेकानंद, राजा राममोहन राय, छत्रपति शिवाजी, अब्दुल कलाम अच्छी आदत और गुणों से भरपूर थे। यही कारण है कि उनके इसी गुणों के चलते लोग उन्हें अब भी याद करते हैं। ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने कहा है कि हम भविष्य तो नहीं देख सकते कल क्या होगा? कोई नहीं जानता पर हम अपने वर्तमान के आदतों को जरूर बदल सकते हैं और इसी बदली हुई आदतों की वजह से शायद हमारा आने वाला कल भी बदल जाए। उनके हर बात में तर्क है। अच्छी आदतों का निर्माण परिवार से शुरू होता है। एक नारी के शिक्षित होने से ही पूरे समाज का शिक्षित होना संभव है इसीलिए नारी शिक्षा भी आवश्यक है। नीचे कुछ अच्छे आदतों की सूची दी जा रही हैं जिनके होने से या जिन्हें अपनाकर व्यक्ति का संपूर्ण विकास संभव है।
1) सुबह जल्दी उठना – अच्छी आदतों में सबसे बड़ी और अच्छी आदत सुबह जल्दी उठना है। सुबह जल्दी उठने से शरीर में चुस्ती रहती है।
2) व्यायाम करना – सुबह उठकर व्यायाम करने से या टहलने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है ।
3) बड़ों को प्रणाम – गुरुजनों को हमेशा सम्मान देना चाहिए, क्योंकि हम बड़े जैसा व्यवहार करते हैं उनकी देखा देखी बच्चे भी वैसा ही व्यवहार करते हैं इसीलिए बड़ों के साथ तर्क ना करें ।
4) छोटो से प्यार – किसी से प्यार भी वापस कभी मिलना संभव है, जब हम स्वयं उसकी कद्र करना जाने। चाहे वह उम्र में छोटा ही क्यों ना हो। हमें अपने छोटू से भी भद्रता से व्यवहार करना चाहिए।
5) लाए अपने वाणी में मिठास – हमारा व्यवहार ही हमारा परिचय है अगर आप किसी से शालीनतापूर्वक बात करते हैं, तो वह भी आपसे शालीनतापूर्वक बात करने के लिए बाध्य होगा। आप अपने अच्छे व्यवहार से सबका मन जीत सकते हैं। कबीर ने सही ही कहा है ‘ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए औरन को भी शीतल करे खुद भी शीतल होय’।
6) करें धन्यवाद – अगर कोई आपकी किसी भी प्रकार की मदद करता है, तो उसका शुक्रिया अदा करना ना भूले तथा यह भी याद रखें कि अगर भविष्य में जब कभी भी वही इंसान अगर आप से मदद मांगे तो उसे मना ना करें बल्कि हर संभव प्रयास करें।
7) गलती के लिए माफी मांगे – यह एक ऐसा गुण है, जो हर किसी के पास नहीं होता क्योंकि कई लोग आत्महंकार से भरे होते हैं, इसीलिए वे कभी झुकते नहीं पर हमें याद रखना होगा कि तेज तूफान में केवल वही वृक्ष उखड़ जाते हैं जो सीधे अकड़े रहते हैं। लचीले वृक्ष सुरक्षित रहते हैं। तो अपनी गलती को कबूल करना सीखे। बदले की भावना से खुद को दूर रखें ।
8) दूसरों की गलतियों को ना करें नजरअंदाज – हम अक्सर अपने प्रियजनों या अपनों की गलतियों को अनदेखा कर देते हैं, उसे छुपा कर रखते हैं , उजागर नहीं होने देते हैं। ऐसा क्यों? अगर हम अपनी गलती को भूल कर माफी मांगने की क्षमता रखते हैं तो दूसरों से भी गलती होने पर उन्हें माफी मांगना सिखाना चाहिए। बच्चों की गलतियों पर पर्दा डालने के बजाय उन्हें समझाएं या सजा दें। बच्चों की गलतियों का समर्थन कदापि ना करें ।
9) झूठ ना बोले – झूठ ना बोलने की सबसे बड़ी सीख हमें गड़ेरिया की कहानी से मिलती है। आपकी झूठ से लोग एक दिन ठगेंगे दो दिन ठगेंगे, पर एक दिन ऐसा आएगा जब आप स्वयं ही ठगे जाएंगे। इसीलिए सच बोलने की आदत डालें।
10) दूसरों से ईर्ष्या ना करें – दुनिया के सभी व्यक्ति समान नहीं होते कोई बहुत बुद्धिमान होता है तो कोई मंद बुद्धिवाला। सभी मनुष्य मानसिक रूप से एक नहीं होते इसीलिए दूसरों से ईर्ष्या ना करें। शायद आपके अंदर वह गुण हो सकते हैं जो दूसरों में नहीं है।
11) त्यागे अहंकार को – अहंकार मनुष्य के पतन का मुख्य कारण है। अगर आप बुद्धिमान है तो ईश्वर द्वारा दिया गया आपको यह श्रेष्ठतम उपहार है। अतः अपनी बुद्धिमानी और अपने धन का सही प्रयोग करें।
12) जितना जरूरत हो उतना ही लें – हम अक्सर अपनी थाली में खाना भर- भर के ले लेते हैं और अतिरिक्त खाना नष्ट कर देते हैं। इस आदत को त्यागे। खाना घर में खा रहे हो या बाहर जितना चाहिए उतना ही ले। हमारे देश में कई लोग ऐसे हैं जिन्हें भरपेट भोजन नसीब नहीं होता इसलिए खाना नष्ट करने से बचें।
13) छींकते वक्त करें रुमाल का इस्तेमाल – छींकते वक्त रुमाल का प्रयोग करें, इससे आपके वायरस दूसरों को संक्रमित नहीं कर पाएंगे।
तो यह कुछ छोटे-छोटे पर बेहद उपयोगी आदते हैं, जिनका प्रयोग कर हमारे अंदर अच्छे गुणों का विकास हो सकता है। अच्छे गुणों का विकास से हम अच्छे और जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं।
10 Lines on Good Habits in Hindi
- अच्छी आदत हमें हमें हमारे परिवार से मिलती है।
- हमारी मां हमारी पहली गुरु होती है।
- अच्छे गुणों के विकास के लिए अच्छी आदतों का होना आवश्यक है।
- अपनी आदतों के परिवर्तन से हम अपने व्यक्तित्व में भी निखार ला सकते हैं।
- अच्छी आदतें अच्छे गुणों का परिचायक है।
- हमारी अच्छी आदतें हमे एक अच्छा इंसान बनाती हैं।
- अच्छी आदतों के निर्माण में परिवेश और विद्यालय का भी योगदान होता है।
- अच्छी आदतों का विकास करके हम एक संपूर्ण और सफल इंसान बन सकते हैं।
- समय के साथ खुद को अपडेट करें। यह एक महत्वपूर्ण आदत है जो हमें डालनी चाहिए।
- अपने सामान को हमेशा सही स्थान पर रखें।
5 Lines on Good Habits in Hindi
- रोज स्नान करें इससे आपके शरीर में उर्जा का संचार होगा तथा आप सारा दिन तरोताजा महसूस करेंगे।
- अच्छी आदत हमें समाज में सम्मान दिलाती हैं ।
- एक सफल व्यक्ति के अंदर अच्छी आदतें होती हैं।
- जितना हो सके अपने व्यवहार में बदलाव लाएं।
- हर सफल व्यक्ति की एक चीज सामान्य है वह है अच्छी आदत।
FAQ on Good Habits in Hindi
Question : हमें अच्छी आदतों की आवश्यकता क्यों है?
Answer : ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के अनुसार हम भविष्य तो नहीं बदल सकते पर अपने वर्तमान के आदतों को जरूर बदल सकते हैं और यही बदलाव हमारे भविष्य को भी बदल सकती है, इसीलिए हमें अच्छी आदतें अपनाने चाहिए ।
Question : क्या अच्छी आदते हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है?
Answer : हां, बिल्कुल अच्छी आदतें हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। अच्छी आदतें ही हमसे हमेशा अच्छे कर्म करवाती हैं। अगर किसी के अंदर अच्छे आदत रूपी अच्छे संस्कार है, तो वह मार्ग से नहीं भटकेगा।
Question : किन्हीं पांच अच्छी आदतों की चर्चा कीजिए।
Answer : अच्छी आदतें निम्नलिखित हैं –
1) सुबह जल्दी उठना
2) रोजाना स्नान करना
3) बड़ों का सम्मान करना
4) विनम्र होना
5) शुक्रिया अदा करना
Question : अच्छी आदतें अपनाकर हम अपना विकास कैसे कर सकते हैं?
Answer : बुरी आदतों से किसी व्यक्ति का विकास कदापि संभव नहीं है। बुरी आदतों का पालन करने वाले मार्ग से जल्दी भटक जाते हैं, जिससे उनके विकास के सारे पद अवरुद्ध हो जाते हैं।
Question : व्यक्ति के संपूर्ण विकास में अच्छी आदतों की क्या भूमिका है?
Answer : एक व्यक्ति का संपूर्ण विकास तभी संभव है, जब उसके अंदर उचित गुणों का विकास होगा। उचित गुणों का विकास तभी होगा जब अच्छी आदतों का विकास हो।