आज हम “10 Lines on Aatm Nirbhar Bharat in Hindi” लेकर आपके समक्ष आये है, इस आर्टिकल में आप ’आत्मनिर्भर भारत पर 10 लाइन’ पढ़ेंगे।
Aatm Nirbhar Bharat in Hindi
आत्मनिर्भरता का अर्थ है अपने आप पर निर्भर होना। यह मनुष्य की ऐसी खूबी है जिसमें आप दूसरों पर निर्भर ना रहकर स्वयं ही सारा काम करते हैं। खुद की सहायता करने से बेहतर और कोई सेवा नहीं हो सकती। तुलसीदास जी ने एक बात बहुत सही कही थी कि पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं। सच में, जो लोग हर काम के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं उनकी इज्जत और सम्मान खुद-ब-खुद घट जाता है। जो इंसान खुद की मदद नहीं कर सकता है तो वह दूसरों की भलाई कैसे कर सकता है। हमारे शास्त्रों में पराधीनता को अभिशाप के रूप में देखा जाता है। पराधीन मनुष्य को कभी भी सच्चा आनंद नहीं मिल सकता है। पराधीन मनुष्य एक सभ्य समाज में दूसरों पर केवल भार के समान ही होता है। समाज में उसकी इज्जत घट जाती है। वह एक दास के भांति अपना जीवन जीता है। लोग उसका फायदा लेना उचित समझते हैं। गुलामी का आंचल पकड़कर वह ऐशो आराम की जिंदगी तो जी लेता है परंतु जो जीवन वह आत्मनिर्भर होकर जी सकता है वह सुविधा उसे कभी भी नहीं मिल सकती है। पराधीनता के चलते एक व्यक्ति का जीवन एक मृत इंसान की तरह ही हो जाता है। एक बार लोकमान्य तिलक ने अपने भाषण में कहा था कि स्वतंत्रता हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है। एक इंसान को अपने हिसाब से सारे काम करने का पूरा अधिकार होता है। वह पूर्ण रूप से उठने, बैठने, खाने और पीने के लिए स्वतंत्र होता है। पराधीनता का यह उदाहरण हम केवल मनुष्य तक ही नहीं सीमित रख सकते। पराधीनता का एक अच्छा उदाहरण देश भी हो सकता है। एक समय ऐसा था जब हम अंग्रेजों के गुलाम बन गए थे। हम उनके रहमो करम पर बिना कोई चिंता के बगैर जी रहे थे। ऐसा करने पर हम सभी भारतवासी अंग्रेजों के दास बन गए। यह तो बड़ी ही अच्छी बात है कि एक समय आने पर हमने स्वतंत्रता हासिल कर ली और हम सभी भारतवासियों को गुलामी की बेड़ियों से आजादी मिल गई। अब भारत आजाद था। अब भारत को आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाना था। इस शब्द की बहुत अधिक जरूरत उस समय महसूस हुई जब 2020 में कोरोना ने भारत को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया था। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह ऐलान कर दिया था कि हमें अपने जरूरत की सारी चीजों का निर्माण भारत में ही करना होगा। आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत इसलिए हुई ताकि भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इसकी शुरुआत मई 2020 में हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। इस अभियान को आप कहीं हद तक मेक इन इंडिया से जोड़कर देख सकते हैं। इस अभियान को हम यूं समझ सकते हैं कि यह एक तरह का अभियान है जिसमें एक देश को अपने सकल घरेलु उत्पादों में वृद्धि करनी होती है। जब कोई देश अपने सकल घरेलु उत्पादों में वृद्धि करता है तो ऐसा होने से विदेशी वस्तुओं के उपर हमारी निर्भरता खत्म हो जाती है। ऐसा होने से हमारी जीडीपी पर भी सकारात्मक असर पड़ता है। वैसे भी पूरी दुनिया में बेरोजगारी एक आम समस्या है। बेरोजगारी से हमारी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ता है। कोई भी देश बेरोजगारी को खत्म तभी कर सकता है जब वह आत्मनिर्भरता का दामन थाम ले। जब हम अपने घरेलु उत्पादों को बढ़ावा देते हैं तो ऐसे में सभी बेरोजगारों को रोजगार मिल जाता है। जैसे जैसे देश मेें बेरोजगारी खत्म होने लगती है तो ऐसे में एक देश का उत्थान होना तय है। आत्मनिर्भर होकर चलने वाले देश हमेशा सुख पाते हैं। ऐसा करने से प्रगति की राह की ओर बढ़ते जाते हैं।
10 Lines on Aatm Nirbhar Bharat in Hindi
- आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत 12 मई 2020 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी।
- आत्मनिर्भर का अर्थ है पूर्ण रूप से स्वावलंबी होकर काम करना।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की शुरुआत इसलिए कि ताकि सभी को रोजगार मिल सके।
- इस अभियान के लिए नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी।
- एक देश का आत्मनिर्भर होना अति आवश्यक है।
- इस अभियान से स्थानीय कारीगरों को बहुत फायदा मिलेगा।
- यह 1.3 अरब के आसपास भारतीयों को लाभान्वित करेगी।
- इस अभियान से लाखों बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा।
- यह अभियान कोरोना काल के बाद में अस्तित्व में आया।
- आत्मनिर्भर भारत से बहुत से लोगों को फायदा मिलेगा।
5 Lines on Aatm Nirbhar Bharat in Hindi
- आत्मनिर्भर भारत अभियान हमें अपने पैरों पर खड़ा होने की प्रेरणा देता है।
- यह उन सभी लोगों के लिए फायदेमंद होगा जिन लोगों ने कोरोना काल में रोजगार खो दिए थे।
- यह अभियान हमें वोकल फाॅर लोकल के लिए प्ररेणा देता है।
- यह अभियान सभी वर्ग के लोगों को फायदा पहुंचाएगा।
- भारत की फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमन ने यह अभियान भारतीयों को अच्छे से समझाया था।
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FAQ on Aatm Nirbhar Bharat in Hindi
Question: आत्मनिर्भर भारत की आवश्यकता क्यों पड़ी?
Answer: 2019 में एक वायरस ने पूरी दुनियाभर को हिलाकर रख दिया था। 2020 तक यह वायरस भारत में भी फैल गया था। इस वायरस का नाम कोरोनावायरस था। कोरोनावायरस के चलते भारत सरकार को लाॅकडाउन जैसा कड़ा कदम उठाना पड़ा। लाॅकडाउन के चलते हमारी अर्थव्यव्स्था डगमगा गई। भारत पर आर्थिक संकट आ गया था। इसी आर्थिक संकट से उबरने के लिए सरकार ने आत्मनिर्भर भारत का एक अच्छा कदम उठाया।
Question: आत्मनिर्भर भारत की शुरुआत कब हुई थी?
Answer: देश ने आत्मनिर्भर भारत की राह 12 मई 2020 से पकड़ी थी।
Question: आत्मनिर्भरता का अर्थ समझाए?
Answer: आत्मनिर्भर होना अपने आप सम्मान की बात है। आत्मनिर्भर होने का अर्थ है दूसरों पर आश्रित ना होकर खुद के उपर निर्भर होना। हमारे जीवन में आत्मनिर्भरता का बहुत महत्व है। खुद की सहायता करने से बेहतर और कोई सेवा नहीं हो सकती। आप आत्मनिर्भर होते हैं तो दूसरों का जीवन भी सुधार सकते हैं। आत्मनिर्भरता हमें अंधकार से उजाले की ओर लेकर जाती है। किसी की गुलामी करके आप जीवन भर ऐशो आराम से तो जी सकते हैं परंतु वह इज्जत कभी भी नहीं पा सकते जो एक आत्मनिर्भर व्यक्ति के पास होती है।