Eggplant (Brinjal) Vegetable Plant
बैंगन भारत वर्ष के साथ – साथ दुनिया भर में खायी जाने वाली सब्जियों में से एक है I यह विभिन्न प्रकार के रूप में देखने में आती है I बैंगन की खेती भारत में प्राचीन समय से होती आयी है I बैगन की खेती ठन्डे प्रदेशो को छोड़ कर भारत के सभी भागो में की जाती है I बैगन को इंग्लिश में Egg Plant और Bringal कहते है I क्युकी इसकी कुछ प्रजातियां देखने में अंडे के अकार जैसा होता है I
बैंगन के प्रकार – Types of Eggplant
बैगन का पौधा होता है जो लगभग 3 फुट से 4 फुट तक ऊंचा हो सकता है I बैगन अनेक रंगो में पाया जाता है जैसे :- हरा बैंगन, पीला बैंगन, सफ़ेद बैंगन, बैंगनी बैंगन मुख्य है I
इसी प्रकार इसके आकार भी विभिन्न है जैसे :- गोल, अंडाकार, सेब आकार, लम्बा और गेंद के आकार के बैंगन प्रमुख है I
बैंगन की बुवाई के लिए मौसम और मिटटी – Season and Soil for Sowing of Brinjal Plant
बैंगन के लिए महीन, बलुई दोमट मिटटी अच्छी मानी जाती है I वैसे तो बैंगन सभी प्रकार की मिटटी में उग जाता है I
बैंगन को जून जुलाई फरवरी और नवम्बर महीने में लगाया जा सकता है I बैगन से फल 3 से 4 महीनो में प्राप्त होने लगता है I इस प्रकार देखे तो फरवरी में बोया हुआ बीज जून जुलाई तक फल देने लगेगा या नवम्बर में बोया हुआ बीज फरवरी या मार्च तक फल देने लगेगा I
बैंगन को सूरज की धुप बहुत पसंद होती है और ये बैंगन के विकास के लिए बहुत जरूरी है की 6 से 8 घंटे की धुप बैंगन के पौधो को जरूर मिले I बैंगन एक ऐसा सब्जी का पौधा है जो 3 से 4 सालो तक फल प्रदान करता है और बहुत थोड़ी सी देख रेख की आवश्यकता की जरूरत होती है I बैंगन की कटाई छटाई समय समय पर जरूर करते रहे I
बैंगन में लगने वाले कीड़े और रोग – Worms and Diseases
१। फल और तना छेदक रोग – यह रोग ल्युसिनोड आर्वोनेलिस (Leucinodes orbonalis) नामक एक पतिंगा द्वारा फैलती है I इस पतिंगा के द्वारा दिए गए अंडे फलो और तनो में चले जाते है और धीरे धीरे बड़े होने लगते है इसी के साथ और बैंगन के पौधे के फल और तनो को अंदर से खाना शुरू कर देते है जिससे फल और पौधा खराब होने लगता है I
२। तना छेदक रोग – यह रोग भी एक यूज़ोफेरा पार्टिसेला (Euzophera perticella) नमक पतंगे से फैलता है जो की अपने अंडे पौधो पे बैठते समय दे देता है और ये अंडे जब व्यसक होने लगते है तो तने को अंदर से खाने लगते है I
३। पत्ती रोग – यह रोग एपिलेछुआ बीटल्स (Epilachua beetles) नामक कीट से होता है जो की पौधो की पत्तियों को खाने लगता है जिससे पौधे का विकास रुक जाता है I
बैगन का उत्पादन – Production of Brinjal
बैंगन भारत के साथ साथ विश्व में खाये जाने वाली नामी सब्जियों में से एक है I इसी कारण इसकी पैदावार भी बड़े पैमाने में की जाती है I
विश्व में चीन सबसे ज्यादा बैंगन की पैदावार करता है I पुरे उत्पादन का 54 % अकेला चीन अपने राष्ट्र में उत्पाद करता है I भारत 28 % बैंगन का उत्पाद करता है I बाकि का 18 % उत्पादन विश्व भर में होता है I
बैगन के नुट्रिशन वैल्यू और प्रजातियां – Nutritional value and Species
बैंगन सब्जी सोलेनेसी (Solanaceae) प्रजाति के सोलेनम मेलोंगना (Solanum melongena) परिवार से आता है इसकी विभिन्न प्रजातियां भी है जैसे :- वेरएसक्यूलेंटम (var-esculantum), वेर सर्पेटिनम (var-sarpentinum) और वेर डिप्रेस्सम (var-depressum) I
न्यूट्रिशन वैल्यू पर 100 ग्राम बैगन में
एनर्जी | 104 kJ (25 kcal) |
कार्बोहाइड्रेट्स | 5.88 g |
शुगर्स | 3.53 g |
डाइटरी फाइबर | 3 g |
फैट | 0.18 g |
प्रोटीन | 0.98 g |
थिअमिने (B1) | 0.039 mg |
राइबोफ्लेविन (B2) | 0.037 mg |
नियासिन (B3) | 0.649 mg |
पैंटोथेनिक एसिड (B5) | 0.281 mg |
विटामिन B6 | 0.084 mg |
फोलेट (B9) | 22 μg |
विटामिन C | 2.2 mg |
विटामिन E | 0.3 mg |
विटामिन K | 3.5 μg |
कैल्शियम | 9 mg |
आयरन | 0.23 mg |
मैग्नीशियम | 14 mg |
मैंगनीज | 0.232 mg |
फॉस्फोरस | 24 mg |
पोटैशियम | 229 mg |
जिंक | 0.16 mg |
वाटर | 92 g |