गणतंत्र दिवस
गणतंत्र हिंदी के दो शब्दों के मेल से बना है I संधिविच्छेद के बात हमें दो शब्द प्राप्त होते है 1. गण 2. तंत्र I गण का अर्थ है लोगो का समूह अथवा जनता वही तंत्र का अर्थ है शासन अतः हम कह सकते है की गणतंत्र का का मूक अर्थ है लोगो या जनता का शासन I
भारत एक गणतंत्र राज्य है यहा का शासन व सरकार जनता के हाथो में है I एक पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया के द्वारा भारत के प्रतिनिधि चुने जाते है I ये चुने हुए प्रतिनिधि भारत के लोगो के लिए कार्य करते है I भारत में हर नागरिक समान है I भारत में जनता का शासन है I लोकतंत्र प्रणाली भारत में निहित है और यहा की आधार भी है I
भारत को स्वतंत्रता १५ अगस्त को प्राप्त हो गयी थी I ये 2०० सालो का प्रयास का नतीजा था I अनेक वीरों ने इसके लिए अपना बलिदान दिया I अनेक लोग जेल गए कला पानी जैसी कठोर सजा काटी पर आज़ादी के दीवानो ने आज़ादी पा ही ली I भारत के आजाद होने के बाद हमारी आधार भूत संरचना का प्रश्न खड़ा हो गया I सभी नेताओ और सर्व समिति से भारत को गणतंत्र राज्य बनाने की एक मत राय बनी I डॉ भीमराव अम्बेडकर की अगुवाई में एक दल ने 26 जनवरी 1950 में देश को हमारा संविधान दिया I देश आज़ाद तो हुआ परन्तु उसको पूर्ण स्वंत्रता, उद्देश्य पूर्ति का दृष्टिकोण, व्यवस्था और सत्ता का सही आकर 26 जनवरी 1950 को प्राप्त हुआ I
गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है I इसी दिन भारत देश का संविधान लागू हुआ था I गणतंत्र दिवस हर साल २६ जनवरी को मनाया जाता है I यह एक ऐसा पर्व है जो देश में रहने वाले सभी संप्रदाय, जाती, धर्म और वर्ग के लोग एक साथ मिलकर मानते है I 26 जनवरी के दिन सभी स्कूल, कालेज, सरकारी संसथान, निजी संसथान बंद होते है I परन्तु २५ जनवरी को ध्वजा रोहन के साथ यह त्यौहार सभी स्कूल, कालेज, सरकारी संसथान, निजी संसथान अपने ढंग और क्षमता अनुसार मनाते है I देश भक्ति गीत गाये जाते है प्रतियोगिताएं की जाती है सांस्कृतिक कार्यकर्म आयोजित किया जाता है I
भारत की राजधानी दिल्ली है यहा जनतंत्र दिवस की छटा देखते ही बनती है I देश के प्रधानमंत्री इंडिया गेट पर शहीद ज्योति स्थल पर पूल चढ़ाते है शहीदों को श्रद्धांजलि देते है I इस दिन विजय चौक से लाल किले तक निकलने वाली परेड देखने लायक होती है I विदेशो से मुख्य अतिथि भी इसमें भाग लेते है I हमारे सेना के तीनो वर्ग जल सेना, थल सेना और वायु सेना की परेड निकलती है जो हमारे राष्ट्रपति को सलामी देते है तथा इस परेड में भारत के कौशल और शक्ति देखने लायक होता है I इस दिन पूरा राष्ट्रपति भवन, सचिवालय, नगर पालिका भवन, पुराना सचिवालय प्रकाशमयी होता है I
इस दिन पूरा देश देशभक्ति से रंगा दिखाई देता है I और वैसे भी कोई व्यक्ति किसी भी धर्म, जाती या वर्ग का हो देश के लिए प्रेम उसके हृदय में जरूर होता है I देश सर्वोपरि है उसकी आत्मा उसका गणतंत्र ही है I