बसंत पंचमी त्यौहार ऋतुओ के राजा बसंत ऋतू में मनाया जाता है। बसंत पंचमी हिन्दू धर्म में बहुत ही त्यौहार माना जाता है। माँ सरस्वती की पूजा का विधान बसंत पंचमी को होता है। आज हम basant panchami in hindi लेख में अद्भुत जानकारी लेकर आपके समक्ष उपस्थित हुए है।
वसंत पंचमी
भारत त्योहारों का देश है I यहां हर वर्ष हज़ारो त्यौहार मनाये जाते है I वसंत पंचमी जिसे श्रीपंचमी भी कहा जाता है भारत में बड़े धूम धाम से मनाया जाता है I वसंत पंचमी एक हिन्दू त्यौहार है I आज के दिन ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा की परम्परा चली आ रही है I यह पर्व पूर्वी भारत के साथ साथ पश्चिमी बंगाल और नेपाल में भी मनाया जाता है I
Basant Panchami 2021
Vasant Panchami Festival date and Time 2021 | 16th February, Tuesday |
भारतीय शास्त्रों ने मौसमो को छह भागो में बांटा है वैसे कवियों में हमेशा से इस बात को लेकर मतभेद रहे है की ऋतुएँ कितनी है I कई लोग ग्रीष्म, शरद, वर्षा, बसंत मानते है तो कोई इसमें पतझड़ और बहार ऋतू को भी सम्मिलित करना चाहते है I परन्तु सभी विद्वानों का एक मत ये भी है की ऋतुओ का राजा वसत ही है शास्त्रों में बसंत को ऋषि पंचमी भी कहा गया है I वसंत ऋतू को बहुत से कवियों ने महंत की संज्ञा भी दी है I इस मौसम में फसल तैयार हो जाती है सरसो के खेतो में पीले फूल खिल आते है I
Basant Panchami Story in Hindi
वसंत पंचमी की पौराणिक कथा
जब सृष्टि रचईता भगवान ब्रह्मा जी ने मनुष्य की रचना की तो उन्हें कुछ अपूर्ण सा लगा कमी के आभाव में उन्होंने विष्णु जी से विचार विमर्श के पश्चात अनुमति लेकर अपने कमंडल से जल छिड़का I पृथ्वी में इस जल के कारन अद्भुत बदलाव आने लगा I एक तेज़ कम्पन के साथ माँ सरस्वती प्रकट हुई I माँ ने सफ़ेद वस्त्र धारण किये हुए थे चार भुजाये जिनमे वेद, वीणा व एक हाथ वर मुद्रा में था I ब्रह्मा जी के अनुरोध पर माँ सरस्वती ने वीणा वादन प्रारम्भ किया जिसके फलस्वरूप समस्त संसार को वाणी की प्राप्ति हुई I माता सरस्वती को शारदा, बागीश्वरी, वीणावादनी, भगवती, और वाग्देवी के नाम से भी जाना और पूजा जाता है I माता सरस्वती विद्या, बुद्धि और संगीत की देवी माना जाता है I बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती के जन्म उत्सव के रूप में मनाया जाता है I
Basant Panchami Puja Vidhi in Hindi
वसंत पंचमी व्रत, पूजा विधि और मंत्र
पुराणों के अनुसार सर्वप्रथम माँ सरस्वती की पूजा भगवान श्रीकृष्ण ने की थी उसी समय ये परम्परा चली आ रही है I इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए I स्नान आदि के पश्चात बिना कुछ खाये पूजा स्थल पे पहले गणेश जी की पूजा और ध्यान करना चाहिए क्योकि गणेश जी की पूजा सर्व प्रथम करने से ही किसी पूजा का फल प्राप्त होता है I उसके पश्चात माँ सरस्वती को सफ़ेद पुष्प, चन्दन, गुलाल और श्वेत वस्त्र अर्पित करने चाहिए I धुप और दीप से आरती करनी चाहिए फिर अगर हो सके तो शंख नाद करे I पूजा के उपरांत माँ को प्रणाम करे और उनसे अपनी मन की बात करे I
Saraswati Puja Mantra in Hindi
माँ सरस्वती मंत्र
या कुन्देन्दु तुषार हर धवला, या शुभ्र वस्त्रावृता,
या वीणा वर दंड मंडित करा, या श्वेत पध्मासना I
या ब्रह्माच्युत शङ्कर प्रभृतिर्भिरदेवै: सदा वन्दिता,
सा माँ पातु सरस्वती भगवती नि:शेष जाड़यापहा II
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Basant Panchami Quotes in Hindi
नारी शक्ति के साथ साथ ज्ञान का प्रतिक भी है बसंत पंचमी का यह पावन त्यौहार यही दर्शाता है। हमें आशा है आप सभी को basant panchami hindi लेख पढ़कर अच्छा लगा होगा। आप चाहे तो इस लेख की मदद से about basant panchami in hindi जैसे निबंध भी तैयार कर सकते है। हिंदी कोना के सभी दर्शको को बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई।